मुंबई से ईरान भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स बताकर कूरियर कंपनी कर्मचारी और फिर पुलिसकर्मी बनकर ठगों ने बात की। युवती को कहा गया कि वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपके खाते में रुपये वापस कर दिए जाएंगे। लेकिन रुपये वापस नहीं मिले तो मामला पुलिस तक पहुंचा।
पुलिस को ये शिकायत पल्ला एरिया में रहने वाली युवती ने दी है। युवती का कहना है कि सोमवार 4 नवंबर को उसके मोबाइल पर एक नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को फेडेक्स कूरियर कंपनी का कर्मचारी बताया। उसने युवती को कहा कि आपके नाम पर मुंबई से ईरान भेजे जा रहे पार्सल को चेकिंग में पकड़ा गया है। इस पार्सल में 15 किलो दवाइयां व प्रतिबंधित ड्रग्स हैं। इसके चलते आपके ऊपर केस चलाया जाएगा। फिर उसने कॉल को साइबर क्राइम पुलिस को फोरवार्ड कर दिया। दूसरे व्यक्ति ने बात करते हुए खुद को क्राइम ब्रांच का पुलिसकर्मी बताया और कहा कि आपके दस्तावेजों की वेरिफिकेशन करनी होगी और इसमें आपको सहयोग करना पड़ेगा। युवती से पहले आधार कार्ड की डिटेल ली गई। फिर बोला कि आपके आधार कार्ड पर 3 बैंक खाते एचडीएफसी, पीएनबी व आईसीआईसीआई बैंक मुंबई में खुले हैं। इन बैंक खातों की वेरिफिकेशन के लिए युवती को कुछ रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया। पुलिस केस से डर के चलते युवती ने उनके कहे अनुसार अपने बैंक खाते से रुपये यूपीआई आईडी पर भेज दिये। युवती को कहा गया कि 5 नवंबर की सुबह 10 बजे तक वेरिफिकेशन पूरी होने के बाद आपको ये रुपये खाते में रिफंड कर दिए जाएंगे। लेकिन मंगलवार 5 नवंबर की दोपहर तक रिफंड नहीं आया तो युवती ने शिकायत पुलिस को दी। आरोप है कि कुल 4 लाख 99 हजार 362 रुपये की ठगी हुई है। मामले में साइबर क्राइम थाना सेंट्रल पुलिस ने ठगी की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है