पुलिस के नाम पर लोगों से ऑनलाइन रिश्वत मांग रहे साइबर ठग
शिकायत पर जल्दी कार्रवाई के नाम का दे रहे झांसा
फरीदाबाद, साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के लिए अब पुलिस के नाम का सहारा लेने शुरू कर दिया है। ठग पुलिस थानों में दर्ज मामलों को खंगाल कर पीड़ित के पास फोन कर रहे हैं। थाने में उनकी शिकायत पर जल्दी सुनवाई करने के नाम पर पैसों की मांग करते हैं। हाल ही में कई मामले पुलिस के सामने आए हैं। जिनमें आरोपियों ने शिकायतकर्ता के पास थाना प्रभारी बनकर फोन किया और जल्दी काम करने के मान पर ऑनलाइन रिश्वत की मांग की। ऐसे मामले ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है। इसके लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है साथ ही लोगों से अपील की की है कि वह ठगों के झांसे में ना आए।
कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने अपने पिता के गुम होने की शिकायत थाने में दी थी। शिकायत मिलने के तुरंत बाद पुलिस गुमशुदगी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक केस दर्ज होने के कुछ घंटे बाद ही शिकायतकर्ता के मोबाइल एक व्यक्ति ने फोन किया। उसने खुद को थाना प्रभारी बताते हुए कहा कि केस दर्ज हो गया है लेकिन पिता को तलाश करने में काफी मेहनत और आने जाने में खर्च लग रहा है। पुलिस की टीम आपके पिता को जोरशोर से ढूंढ़ रही है। लेकिन पुलिस के पास उतना साधन नहीं है, जिससे उसके पिता को समय रहते तलाश किया जा सके। पुलिस के पास वाहनों की कमीं है। ऐेसे में निजी वाहन से लापता व्यक्ति की तलाश करना आसान रहेगा। आरोपी ने पीड़ित को बताया कि निजी वाहन के उपयोग में लगने वाले किराए व जांच टीम के खान-पान का खर्च उसे वहन करना होगा। ऐसे में आरोपी ने पीड़ित से पांच हजार रुपये की मांग की और उसे तुरंत ऑनलाइन ट्रांसफर करने दबाव बनाया। शिकायतकर्ता अपने इलाके के थाना प्रभारी की शैली को जानता था। उसे पता था कि पुलिस ऐसे फोन कर पैसों की मांग नहीं करती है। पीड़ित ने कहा वह थाना में पैसे लेकर आ रहा है। इस पर ठग ने ऑनलाइन ही पैसों की मांग की। शक होने पर पीडित ने फोन काट दिया और सीधे संबंधित थाना पहुंचकर थाना प्रभारी को इसकी जानकारी दी। थाना प्रभारी ने मामले की जांच शुरू कर दी और कहा किसी भी सूरत में किसी को भी पैसे ना दें। पुलिस आयुक्त ओपी नरवाल का कहना है पुलिस लगातार लोगों को साइबर ठगी के बारे में जागरूक कर रही है। ठगी से बचने के लिए सतर्कता बहुत जरूरी है। कोई भी अंजान व्यक्ति ऑनलाइन पैसे या बैंक संबंधि जानकारी मांगे तो सचेत हो जाएं। ठगी होने पर 1930 पर फोन कर शिकायत करें और नजदीकी थाना में पुलिस की सहायता लें।